Ad Code

Responsive Advertisement

डेविड बुन और जस्टिन लेंगर की बहस

 


क्रिकेट का एक बहुत ही दिलचस्प किस्सा जो सबको पता तो होगा ही लेकिन यहाँ फिर भी साझा कर रहा हूँ |



तो बात है वर्ष 1993 की, वेस्टइंडीज तब भी काफी खतरनाक टीम मानी जाती थी और उसकी गेंदबाजी अटैक तो खैर हर क्रिकेट प्रेमी जानता ही है कितनी जबरदस्त थी, तो वेस्टइंडीज रिची रिचर्डसन की कप्तानी में औस्ट्रेलिया का दौरा कर रही थी, सीरीज के दुसरे टेस्ट में मेलबोर्न में औस्ट्रेलिया टीम 1–0 से आगे हो गया था और कप्तान ऐलैन बोर्डर अब 1976 के बाद कैरिबियन टीम के विरुद्ध सीरीज जीतने वाले पहले औस्ट्रेलियन कप्तान बनने के अपने सपने को सफल होता देख रहे थे |


तीसरा टेस्ट ड्रो हो गया, सीरीज के चौथे टेस्ट में चोटिल डैमियन मार्टिन के स्थान में एक 22 वर्षीय युवक को मौका मिला, चौथे टेस्ट में औस्ट्रेलिया की टीम वेस्टइंडीज को 252 रनों पर ओल आउट कर देती है, और फाइनल सेशन में औस्ट्रेलिया जब बल्लेबाजी करने आती है तो औस्ट्रेलिया 1 रन पर अपना पहला विकेट मार्क टेलर के रूप में गवां देती है, और यह 22 वर्षीय नौजवान पहली दफा टेस्ट मैच खेलने उतरता है,उस समय की सबसे खतरनाक और उस समय के सबसे तेज गेंदबाज इयान बिशोप के सामने |




'टक्क', कैरियर की पहली ही गेंद वो भी बाउंसर और सीधे हेलमेट पर और लेंगर को दिन में तारें नजर आ जाते हैं वेस्टइंडीज के खिलाड़ी सहारा देने आते है लड़खड़ाते लेंगर को, दुसरे छोर पर खड़े डेविड बुन भी अब लेंगर के पास पहुंचते है, उधर कमेंटेटर रिची बेनौद और बिल लॉरी बोल रहे थे-


"अब कई सवाल पुछे जाएंगे जैसे कि, तुम होश में तो हो? या आज की तारीख क्या है वगैरह वगैरह"


लेकिन मैदान में तो कुछ और ही चल रहा था, जो बाद में औस्ट्रेलिया के पुर्व सलामी बल्लेबाज और वर्तमान औस्ट्रेलियन कोच जस्टिन लेंगर ने बाद में बताया |




जस्टिन लेंगर ने बताया जब बुन मेरे पास आए तो मुझे लगा कि वो मेरा आत्मविश्वास बनाएंगे लेकिन उन्होंने मुझसे कहा -


'Hey JL, there are no heroes in Test cricket son, retire hurt.’


'जेएल, टेस्ट क्रिकेट में कोई हीरो नहीं हैं बच्चे, रिटायर्ड हर्ट हो जाओ। '


फिर तो मैंने भी कह दिया -


Mr Boon, there’s Richie Benaud and Bill Lawry in the commentary box, my mum and dad have flown over, Desmond Haynes thinks I’m scared, Keith Arthurton tells me he wants to kill me, and Mr Boon I’m batting with you. We’ll just get through tonight together.’


मिस्टर बून, कमेंट्री बॉक्स में रिची बेनौद और बिल लॉरी हैं, मेरे मम्मी और पापा प्लेन से यहाँ आए हैं, डेसमंड हेन्स को लगता है कि मैं डर गया हूं, कीथ आर्थरटन मुझसे कहता है कि वह मुझे मारना चाहता है, और मिस्टर बून मैं तुम्हारे साथ बल्लेबाजी कर रहा हूं। हम आज रात बस एक साथ ही यहाँ से जाएंगे। '


फिर तो डेविड बुन ने भी कहा -


‘Just remember son, no heroes.’


बस यह याद रखना बच्चे, कोई हीरो नहीं है


आखिरकार दोनों ने ही दिन की समाप्ति करी |




अगले ही दिन लेंगर को मौका मिला बदला लेने का जिसमें वो चुके नहीं, हुआ यूँ कि अगले ही दिन डेविड बुन चोटिल हुए कर्टली एम्ब्रोस की एक गेंद गुड लेंथ पर टप्पा खाने के बाद बहुत उछली और बचाव करते डेविड बुन की कोहनी के छोर पर आ लगी, चोट गंभीर थी लेंगर ने बताया -


Hey Mr Boon, no heroes in Test cricket son, retire hurt.’


‘मिस्टर बून, टेस्ट क्रिकेट में कोई हीरो नहीं है बच्चे , रिटायर्ड हर्ट हो जाओ। '


अब बुन भी समझ चुके थे कि क्या हुआ उन्होंने लेंगर को कहा


' I think you’re right son’


'मुझे लगता है कि तुम सही कह रहे हो बच्चे'


और बुन रिटायर्ड हर्ट हो गए, इसके बाद लेंगर काफी देर तक बाउंसर और घातक गेंदबाजी के बाद भी डटे रहे और आखिरकार 79 गेंदों पर 20 रन बनाकर आउट हो गए, हालांकि दुसरी पारी में लेंगर ने लड़ाकू अर्धशतक लगाया लेकिन औस्ट्रेलिया यह बहतरीन मैच मात्र 1 रन से हार गया |




हालांकि लेंगर ने इस पारी के बाद कभी मुड़कर नहीं देखा और औस्ट्रेलिया के लिये बल्लेबाजी करते हुए कई रिकॉर्ड बनाएं और तोड़े |




अभी कुछ दिन पहले ही औस्ट्रेलिया बनाम भारत के बीच खेलें गए 2020 के टी-20 सीरीज में औस्ट्रेलियन कोच लेंगर और मैच रेफरी डेविड बुन के बहस के बीच भी यही किस्सा याद आ रहा था |



Post a Comment

0 Comments