Ad Code

Responsive Advertisement

क्रिकेट से जुड़े कुछ चटपटे किस्से क्या हैं?

क्रिकेट से जुड़े कुछ चटपटे किस्से क्या हैं?





 क्रिकेट के महान खिलाड़ी डाक्टर डब्ल्यू जी ग्रेस




ग्रेस कभी आउट होना पसंद नहीं करते थे, एक बार की बात है जब एक प्रदर्शनी मैच में उन्हें अंपायर ने आउट करार दिया तो उन्होंने यह कहा-


They came to watch me bat, not you bowl.


यह लोग मेरी बल्लेबाजी देखने आए हैं, नाकि तुम्हारी गेंदबाजी |


यह कहकर उन्होंने पारी फिर से आगे बढ़ाई, एक बार की बात है जब ग्रेस बोल्ड हुए और सिर्फ गिल्लियां गिरी तो उन्होंने सिर्फ गिरी हुई गिल्लीयों को उठाकर विकेट पर लगा दिया और अंपायर से बोले-


'T'was the wind which took thy bail off, good sir.'


बहुत तेज़ हवा चल रही है सर, और इसी कारण गिल्लीया गिर गई |


अंपायर ने भी कहा-


'Indeed, doctor, and let us hope thy wind helps the good doctor on thy journey back to the pavilion.'


आपने सही कहा डोक्टर, आशा करता हूँ कि अब यही तेज़ हवाऐं ही आपको आपके पेवेलियन की तरफ आपके सफर के लिए सहायता भी करेंगी |


एक बार काउंटी क्रिकेट में चार्ल्स कोर्टराईट ग्रेस को लगातार आउट कर रहे थे लेकिन हर बार अंपायर उनकी अपील को खारिज कर देते, आखिरकार कोर्टराईट ने उनको क्लीन बोल्ड किया और दो सटम्पस जमीन से उखाड़ दिए, ग्रेस जब अंपायर के नो बोल देने का इंतजार कर रहे थे लेकिन अंपायर से कोई प्रतिक्रिया ना पाकर निराश होकर लौट रहे थे तो कोर्टराईट उनके कान में फुसफुसाते हुए कहा -


'Surely you're not going, doctor? There's still one stump standing.'


'निश्चित रूप से आप नहीं जा रहे हैं, डॉक्टर? अभी भी एक स्टंप खड़ा है। '


कौन किसका फेवरेट, कौन किसका फैन-




1983 में इंग्लैंड में विश्व कप के शुरू होने से पहले भारत के पुर्व खिलाड़ी और केन्या के पुर्व कोच संदीप पाटिल होटल की लोबी में भारतीय टीम के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे और तभी होटल में वेस्टइंडीज की टीम पहुँची और वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विवाद रिचर्ड्स जिसके पाटिल भी फैन थे, पाटिल को पहचान गए और रिचर्ड्स ने उनको अपने साथ बार चलने के लिए कहा जहाँ पर उन्होंने पाटिल के साथ ड्रिंक शेयर की|


असल में बात यह थी कि उन दिनों रिचर्ड्स का उस समय के इंग्लिश कप्तान बोब विलीस के साथ कुछ अच्छे ताल्लुक़ात नहीं थे, उस समय एक मैच के दौरान पाटिल ने विलीस के एक ओवर में 6 चौके (लगातार नहीं) मारकर खलबली मचा दी थी, इसलिए रिचर्ड्स पाटिल से मिलना चाहते थे, इधर पाटिल अपनी ड्रिंक पी रहे थे और उधर रिचर्ड्स हाव - भाव दिखाकर यह बता रहे थे कि पाटिल ने कैसे और कहाँ चौके मारे, सोचिए जो आपका फेवरेट है, जिसको आप कोपी करने की कोशिश कर रहे हो वो आपको कोपी कर रहा हो तो कैसा लगेगा?




इसके बाद इंग्लैंड की टीम एक बार फिर भारत के आमने सामने हुई विश्व कप के सेमीफाइनल में एक बार फिर विलीस को पाटिल ने लगातार चार चौके मारे, भारत फाइनल में पहुँचा वेस्टइंडीज के विरुद्ध पर मुकाबले से पहले रिचर्ड्स फिर पहुंचे पाटिल के पास, फिर गए बार में और फिर रिचर्ड्स बता रहे थे कि पाटिल ने कैसे और कहाँ चौके मारे, खैर फाइनल में जो हुआ वो तो भारत के क्रिकेट इतिहास के स्वर्ण पन्नों पर अंकित है |




कभी भी आओ शुरूआत तो 0 से होगी -


1983 में मिली शिक्स्त का बदला लेने पहुँची वेस्टइंडीज की घायल टीम भारत में, उस समय भारत के ओरिजिनल मास्टर ब्लास्टर सुनील गावस्कर फोर्म में नहीं थे तो उन्होंने ओपनिंग छोड़कर चौके स्थान पर आकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया, हालांकि इसका कुछ फायदा नही हुआ क्योंकि चैन्नई टेस्ट में भारत 0 रन पर दो विकेट गवां बैठता है और जब सुनील गावस्कर क्रिज पर आते है तो रिचर्ड्स उनसे कहते हैं -




"Sunny, it doesn't matter whether you bat number one or four, man. The score's still zero!"


सनी, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुम नंबर एक पर बल्लेबाजी करने आओ या चार पर, स्कोर तो फिर भी 0 ही रहेगा |


सुनील गावस्कर इसी पारी में अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट का सर्वाधिक स्कोर 236* बनाते हैं |




अग्निपथ


साल 1989 में पुरा पाकिस्तान टीम हैरान इस बच्चे को कहाँ से लाए यह लोग, वसीम कहते हैं -


माँ से पुछकर आया है ना ?


वकार की गेंद नाक पर लगती है खुन निकल आता है सब सोचते हैं अब सारा दम निकल जाएगा खेलने का, लेकिन वो लड़का फिजीओ से कहता है -


मैं खेलेगा |


वसीम अपनी टीम को बता देते हैं -


यह खेलेगा, लंबा खेलेगा |


अब्दुल कादिर चेलेंज देते हैं -


बच्चों को क्यों मारते हो, हमको भी मारकर दिशाओं |


अगले ओवर में 6,4,0,6,6,6 पड़ जाते हैं




आगे बढ़ते हैं साल 2003, भारत- पाकिस्तान विश्व कप भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का कैच अब्दुल रज्जाक टपकाते है, वसीम कहते हैं -


तुझे मालूम है ना, तूने किसका कैच छोड़ा है?




यह दीवार नहीं टुटेगी


साल 2001, विश्व चेंपियन औस्ट्रेलिया जो लगातार 16 टेस्ट मैच जीत चुकी थी, इडेन गार्डन में मैच चल रहा था राहुल द्राविड़ फोर्म में नहीं थे, भारत फोलो अन कर रहा था, द्राविड़ जब छठवें पोजीशन में बल्लेबाजी करने आए तो औस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ ने कहा -


‘Rahul No. 6 in this innings, what is it in the next innings? No. 12?


राहुल, इस पारी में नंबर 6 पर , अगली पारी में कहाँ? नंबर 12 पर?




आगे क्या हुआ वो तो सबको ही पता है |




सुनेंगे सबकी करेंगे खुदकी -भाग 1


सचिन सहवाग से -


“आराम से खेल. छक्का मारने की कोशिश की तो इसी बल्ले से मारूंगा.” .


सहवाग जो 295 पर थे ने जवाब दिया-


“अगर सक़लैन आएगा तो मैं मारूंगा.”




सकलैन आया और सहवाग ने उसे छक्का मार दिया. सचिन की एक नहीं सुनी 301 रन, पहले भारतीय जिन्होंने 300 रन बनाए हो |




सुनेंगे सबकी करेंगे खुदकी - भाग 2




नेटवेस्ट फाइनल 2002 में सौरव गांगुली, सहवाग से -


भाई हर फाइनल में हारे है, यह जीतना है


सहवाग बोलते है -


ठीक है दादा


एक ओवर में पहले दो गेंद पर 8 रन आ जाते हैं सौरभ सहवाग से -


यह ओवर अच्छा हो गया है, चल बाकी आराम से खेल |


सहवाग भी बोलते है -


ठीक है दादा


लेकिन फिर से आक्रामक शोट , गांगुली एक बार फिर -


ऐ क्या कर रहा है, आराम से खेल


सहवाग फिर से -


ठीक है दादा


इस बार फिर थोड़ा रिस्की शोट गांगुली फिर से सहवाग से -


तुझे समझ आ रहा है मै क्या कह रहा हूँ? ठीक से खेल मेरे भाई


सहवाग फिर से -


ठीक है दादा


लेकिन फिर से आक्रामक स्ट्रोक, अब गांगुली समझ गए और अब की बार सहवाग भी बात करने आगे नहीं आए |


तुम थकते क्यों नहीं?


प्रत्येक टेस्ट मैच में रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा से औस्ट्रेलिया के अफ स्पिनर नैथन लायन आखिरकार पुछ ही लेते हैं जो हर औस्ट्रेलियन पुछना चाहता है -




Aren’t you bored of batting now?”


अभी तक तुम बैटिंग करके बोर नहीं हुए?


नागपुर में बैटिंग करते हुए पुजारा से एक औस्ट्रेलिया के खिलाड़ी ने कहा -


“now if you don’t get out, we’ll have to ask for wheelchairs.”


अगर तुम अभी आउट नहीं हुए तो हमें मैदान में व्हील चेयर मंगानी पड़ेगी |




जानकारी स्त्रोत- गुगल, क्रिकेट कंट्री


चित्र स्तोत्र - गुगल

Post a Comment

0 Comments