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What are the top 5 best innings from IPL? in hindi

हां, क्रिकेट वास्तव में टीम गेम है और इसमें सफलता प्राप्त करने के लिए पूरी टीम द्वारा पूरे दिल से प्रयास और बेहतरीन प्रदर्शन की आवश्यकता होती है, लेकिन हमने अतीत में यह भी देखा है कि एक व्यक्तिगत क्रिकेटर के प्रदर्शन ने कैसे मैच के परिणामों को  प्रभावित किया हैं या था। 

अतीत में हमने देखा है कि कैसे एक बल्लेबाज ने अपनी टीम के लिए अधिकांश रन बनाए, उनके व्यक्तिगत प्रयास न केवल उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साबित हुआ बल्कि इससे टीम को अपेक्षित परिणाम हासिल करने में भी मदद मिली।

आईपीएल में हमने देखा है कि कैसे एक  बल्लेबाज ने अपने अविश्वसनीय प्रदर्शन से खेल को विपक्षी टीम से छीन लिया, आइए हम आईपीएल में शीर्ष 5 सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर देखते हैं:

24 सितंबर 2020 को दुबई में केएल राहुल का 132 रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ

राहुल ने पंजाब के लिए कुछ बेहतरीन खेले हैं, लेकिन यह आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ कप्तान की पारीयो में से एक है।

2020 में, कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया ज्यादातर अपने घरों के अंदर थी, भारत में आईपीएल शुरू करने का भी कोई मौका नहीं था, क्योंकि हर दिन प्रभावित रोगियों की संख्या बढ़ रही थी इसलिए बीसीसीआई ने टूर्नामेंट को अगली सूचना तक स्थगित करने का फैसला किया।

बाद में, यह निर्णय लिया गया कि टूर्नामेंट शुरू होगा और सभी आवश्यक सावधानियों के साथ संयुक्त अरब अमीरात में यह टूर्नामेंट खेला भी गया था।

राहुल को पंजाब का कप्तान बनाया गया था और यह कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात थी, राहुल ने इस सीज़न में दिखाया कि वह वास्तव में इस भूमिका के साथ न्याय कर सकते हैं, उन्होंने ज़्यादा मैच नहीं जीते, लेकिन 670 रनों के साथ सीजन के अग्रणी रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने 55.83 की औसत, 6 अर्धशतक और एक शतक के साथ खेले गए 14 मैचों में यह रन बनाएं, जब भी टीम को आवश्यकता हुई, उन्होंने विकेट कीपर और एक क्षेत्ररक्षक की भूमिका भी निभाई।

यह सीजन का छठा मैच था जब पंजाब ने बंगलौर के विरुद्ध मैच खेला, राहुल और मयंक अग्रवाल (26) ने 57 रनों की अच्छी शुरुआत दी, अग्रवाल और उनके सहयोगियों के नियमित अंतराल पर विकेट गिरने के बावजूद राहुल ही थे जिन्होंने टीम के लिए रन बनाए।

राहुल अपनी पूर्व टीम के खिलाफ पूरी तरह से आक्रामक लग रहे थे थे और उन्होंने 69 गेंद में 132 (नाबाद) रन बनाए जिस में 14 चौके और 7 छक्के शामिल थे, यह ऐसा दिन था जिसमे दक्षिण अफ्रीका के पेस गेंदबाज डेल स्टेन की गेंदबाज़ी भी खराब आंकड़ों (4 ओवर, 0 मेडन, 0 विकेट और 57 रन) के साथ समाप्त हुई थी, पंजाब ने 206/3 के विशाल स्कोर के साथ अपनी पारी का अंत किया।

जवाब में, बैंगलोर 109 रन पर आउट हो गई, दोनों लेग स्पिनरों रवि बिश्नोई और मुरुगन अश्विन ने 3-3 विकेट लिए, पंजाब ने 97 रन से जीत दर्ज की।

10 मई 2015 को वानखेड़े में एबी डेविलियर्स बनाम मुंबई इंडियंस

कुछ साल पहले तक मै यह सोचता था कि वानखेड़े में बचाव के लिए एक आदर्श स्कोर क्या हो सकता है, इस ऐतिहासिक मैदान ने इतिहास में इतने सफल चेस देखे थे की हर टीम को इस मैदान पर चेस करना ही पसंद होता था, कोई भी स्कोर यहां सुरक्षित नहीं लगता, मेरे लिए यह उन मैदानों में से है जो Deathbed for bowlers है या जहां गेंदबाजों की जमकर धुनाई होती थी ।

बैंगलोर (खेल में कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के होने के बावजूद) को हमेशा मुंबई इंडियंस के खिलाफ कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा है, जब भी ये दोनों पक्ष अतीत में मिले हैं, हमने देखा है कि रन प्रचुर मात्रा में आए, रिकॉर्ड टूट गए और नए रिकॉर्ड बनाए गए।

आईपीएल 2015 में, जब इन दो भयंकर प्रतिद्वंद्वियों की एक दूसरे के साथ मुलाकात हुई तो लगभग हर कोई बड़ी तोपों के बड़े फायर का इंतजार कर रहा था, बैंगलोर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।

कैरिबियन के करिश्माई सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल (13) सस्ते में आउट हो गए, लेकिन इसके बाद यह पूरी तरह से एबी-कोहली की साझेदारी थी जिसने मुंबई इंडियंस के लिए दिन बर्बाद कर दिया।

कोहली (82), दूसरे छोर पर डिविलियर्स के खेल का मजा ले रहे थे डिविलियर्स जिनकी आक्रामकता अपनी ही चरम सीमा पर थी, उन्होंने अपने बल्लेबाज़ी के दम पर ही खेल को मुंबई की पकड़ से दूर ले लिया।

एब डिविलियर्स ने मुंबई के हर गेंदबाज को पछाड़ दिया और उन्होंने 59 गेंदों में 19 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 133 रन बनाए, मैच के अंत में केवल मलिंगा के पास सर्वश्रेष्ठ आंकड़े थे (4-0-27-1), बैंगलोर ने 20 ओवरों में  235 रन बनाए वो भी 1 विकेट के नुकसान पर, इसके जवाब में लेंडल सिमंस (68) और कीरोन पोलार्ड के भरसक प्रयासों के बावजूद, मुंबई अपने 20 ओवरों में 196/7 ही बना पाया, बैंगलोर ने 39 रन से जीत हासिल की।

18 मई, 2022 को डीवाई पाटिल स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ क्विंटन डी कॉक

2022 में, बीसीसीआई ने दो नई फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स को लाकर आईपीएल का विस्तार करने का फैसला किया।

लखनऊ की टीम का स्वामित्व आरपीएसजी समूह के पास है और इसके प्रमुख मालिक संजीव गोयनका हैं, जो पहले आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स टीम के मालिक थे, टीम की कप्तानी केएल राहुल ने की थी और एंडी फ्लावर द्वारा कोचिंग दी गई थी और गौतम गंभीर इसके मेंटर के रूप में थे लखनऊ और गुजरात दोनों टीमों ने ही आईपीएल में बेहतरीन डेब्यू किया।

सीजन के 66वें मैच में लखनऊ का सामना कोलकाता से हुआ, यह कोलकाता के लिए एक निर्णायक मैच था, राहुल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, क्विंटन ने अपने सपनों की  पारी खेली और कोलकाता के गेंदबाजों को किसी तरह की वापसी नहीं करने दी।

क्विंटन (नाबाद 140) को शुरूआत में ही राहत मिलने के बाद कोई रन बनाने का मौका नहीं छोड़ा और बल्ले से गेंद को स्टेडियम के हर दिशा मे भेजा, अपने साथी को अपने  बेस्ट पर देखकर राहुल (नाबाद 68) ने खुशी-खुशी सेकंड फिडल वाली पारी खेली, दोनों बल्लेबाजों ने बाजी मारी, निर्धारित 20 ओवरों में 210/0 रन बनाए, यह वर्तमान में आईपीएल इतिहास में सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है।

जवाब में कोलकाता ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों को 9 रन के स्कोर पर खो दिया, कप्तान श्रेयस अय्यर (50) और नितीश राणा (42) ने 56 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, फिर अय्यर और सैम बिलिंग्स (36) ने अपनी साझेदारी में 66 रन बनाए। 

अय्यर और बिलिंग्स के विकेटो ने कोलकाता को परेशानी में डाल दिया और रसेल के जल्दी आउट हो जाने से ऐसा लगा की कोलकाता टीम को नॉकआउट पंच लग गया है, लेकिन रिंकू सिंह की पारी ने सब कुछ बदल दिया।

16.4 ओवर में कोलकाता ने रसेल का विकेट खो दिया और स्कोर 150/6 था, अगली 20 गेंदों में कोलकाता को अकल्पनीय करने की जरूरत थी, उन्हें मैच जीतने के लिए 61 रन बनाने थे और प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी संभावना को जिंदा रखना था, रिंकू सिंह ने अपना स्वाभाविक खेल खेलने का फैसला किया और उन्होंने लखनऊ के हर गेंदबाज को पीटना शुरू कर दिया।

रिंकू (40) और सुनील नरेन (नाबाद 21) ने 58 रनों की जबरस्त साझेदारी की, मैच के अंतिम ओवर में गेंदबाजी कर रहे मार्कस स्टोइनिस मैच की आखिरी 2 गेंदों में 2 रन का बचाव करना था, स्टोइनिस ने अच्छी तरह से सेट रिंकू सिंह को आउट कर दिया और मैच की अंतिम गेंद पर उन्हें उमेश यादव का विकेट लिया, लखनऊ ने 2 रन से जीत दर्ज की।

ब्रेंडन मैकुलम बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 18 अप्रैल, 2008 को बैंगलोर में

18 अप्रैल, 2008 को बीसीसीआई ने भारत का सबसे बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू किया जिसने आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की संरचना को भी बदल दिया और ब्रैंडन मैक्कुलम ने एक धमाकेदार पारी के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत की जिसने दिखाया कि टूर्नामेंट भविष्य में कैसे आगे बढ़ेगा।

टूर्नामेंट के पहले मैच में, बैंगलोर ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया, उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि  क्या होने वाला है, टॉस ही एकमात्र ऐसी चीज थी जो उनके  लिए सही गई थी।

ब्रैंडन मैकुलम के लिए यह एक 'भोज की रात' थी, उनके सामने जो भी गेदबाज वो बच नही पाया, उन्होंने तेज़ी से रन बनाए, उनकी पारी शानदार थी, उन्होंने अकेले ही अपनी टीम को मैच की ड्राइविंग सीट पर ला दिया, उन्होंने 73 गेंदों में 158 (नोट आउट) रन बनाए जो कि 10 चौके और 13 बड़ी हिट्स के साथ बने थे कोलकाता ने 20 ओवरों में 222 रन बनाए 3 विकेट के नुकसान पर,  बैंगलोर कभी भी इस मैच में वापसी नही कर पाया, पूरी टीम 82 रन पर आउट हो गई, कोलकाता 140 रन से जीत गया।

क्रिस गेल बनाम पुणे वारियर्स इंडिया 23 अप्रैल 2013 को बेंगलुरु में

मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि क्रिस गेल को द यूनिवर्स बॉस के रूप में क्यों जाना जाता है, क्या यह केवल इसलिए है क्योंकि उन्होंने दुनिया की हर टी -20 लीग में खेला है या ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्होंने अपने हर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जितने रन बनाए हैं।

गेल ने अब तक खेले 463 टी20 मैचों में 14562 रन बनाए हैं और उन्होंने 28 टीमों के लिए खेला है, सीमित ओवरों के खेल में इस बाए हाथ के इस बल्लेबाज़ को मिली सफलता की थाह लेना मुश्किल है, हालांकि यह अभी भी एक ऐसा रिकार्ड है जिससे फिलहाल तोड़ना मुश्किल है यह क्रिस गेल की उपलब्धि लंबे समय तक अछूती ही रहेगी।

क्रिस गेल 2011 से 2017 तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले हैं और 'प्ले बोल्ड' रणनीति की बैंगलोर योजना का प्रमुख हिस्सा थे, उन्होंने आईपीएल में कुछ बेहतरीन पारियां खेली हैं, जब वह बैंगलोर में खेल रहे थे, जो पारी की बात मै कर रहा हु वो अब तक की सबसे विध्वंसक पारी हैं।

चिन्नास्वामी स्टेडियम में, पुणे ने टॉस जीता और पहले क्षेत्ररक्षण करना चुना था, क्रिस ने अपने सलामी जोड़ीदार दिलशान के साथ पुणे के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ एक क्रूर हमला किया, शुरुआती साझेदारी 167 की थी जब दिलशान 33 रन पर आउट हो गए।

इस विशाल ओपनिंग साझेदारी के बाद क्रिस ने विराट (11) एब डेविलियर्स (3 छक्कों और 3 चौकों की मदद से सिर्फ 8 गेंदों में 31 रन) सौरभ तिवारी (2) के साथ साझेदारी की, लेकिन यह गेल ही थे जिन्होंने अपने विरोधियों को अपने बल्ले से करारा जवाब दिया मात्र 66 गेंदों में गेल ने बनाए 175 रन (नॉट आउट), 13 चौके और 17 छक्कों के साथ, बैंगलोर ने 20 ओवरों में 263/5 का स्कोर बनाया, पुणे 20 ओवर में केवल 133/9 का स्कोर बनाने में सफल रहा और बैंगलोर ने 133 रन से मैच जीत लिया।

9 साल बाद भी यह रिकॉर्ड अटूट है।


पढ़ने के लिए धन्यवाद कृपया अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया साझा करें।

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